न्याय और कानून मंत्रालय के द्वारा मिलेट लंच का आयोजन

0
119
Photo:@RijijuOffice

इस बार G20 में मिलेट को बढ़ावा दिया गया. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल के बाद संयुक्त राष्ट्र ने यह कदम उठाया और 2023 को अंतर्राष्ट्रीय बाजरा फसल वर्ष घोषित किया है। केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह ने कहा है कि वर्ष 2023 में इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बाजरे का उत्पादन बढ़ाने में सहायता मिलेगी।

दिल्ली के डा. अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में न्याय और कानून मंत्रालय के द्वारा मिलेट लंच का आयोजन किया गया. इस मौके पर केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजीजू समेत कानून मंत्रालय के सदस्य शामिल हुए. इसी दौरान कानून मंत्री किरेन रिजीजू ने कहा कि इस अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष 2023 को हम अपनी संस्कृति को बढ़ावा देंगे साथ ही इसके तहत हम अपने किसान भाइयों को भी आगे बढ़ने में मदद मिलेंगी.

इस मौके पर किरेन रिजीजू ने कहा कि मिलेट्स का स्वाद खास है और इस अंतरराष्ट्रीय बाजरा वर्ष को एक पब्लिक मूवमेंट बनना चाहिए और मैं ये चाहता हूं कि ये सारे भारत के लोग प्रमुख रूप से मिलट को भोजन में अपनाए.

मिलेट में ज्वार, बाजरा, रागी, सावन, कांगनी, चीना, कोदो, कुटकी और कुट्टू जैसी मोटे अनाज वाली फसलों आती हैं जिन्हें बाजरा फसल भी कहा जाता है. बाजरा को सुपरफूड कहा जाता है क्योंकि इनमें पोषक तत्वों की मात्रा अन्य अनाजों के अपेक्षाकृत अधिक होती है. मिलेट्स रिसर्च इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया के अनुसार रागी में भरपूर मात्रा में कैल्शियम होता है। रागी में प्रति 100 ग्राम में 364 मिलीग्राम तक कैल्शियम होता है। रागी में आयरन की मात्रा भी ज्यादा इस्तेमाल होने वाले अनाज गेहूं और चावल से अधिक होती है।

Bhawna
Bhawna

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here