CJI डीवाई चंद्रचूड़ और सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (SCBA) के अध्यक्ष विकास सिंह के बीच हुए विवाद के मामले में सीनियर वकील कपिल सिब्बल और नीरज किशन कौल बुरे फंसते नज़र आ रहे हैं, क्योंकि बार के 235 सदस्यों को यह लगता है कि दोनों सीनियर वकीलों ने CJI से माफी मांगकर गलती की हैं। उन्होंने प्रस्ताव दिया है कि सिब्बल और कौल के खिलाफ इस मामले में एक्शन लिया जाए। उनका कहना है कि माफी मांगने से पहले एग्जीक्यूटिव कमेटी के सदस्यों से दोनों को सलाह लेनी चाहिए थी। 6 मार्च को हुई SCBA की एग्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक में 184 सदस्य विकास सिंह के पक्ष में मजबूती से खड़े दिखें। इसमें फैसला लिया गया कि 16 मार्च को मीटिंग बुलाई जाए जिसमें तीन बातों पर विचार हो।
न्यायपालिका को कभी भी विपक्षी पार्टी की भूमिका निभाने के लिए मजबूर नहीं किया जा सकता है-केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजूदरअसल, वकीलों के चैंबर के लिए जमीन आवंटन से जुड़े एक मामले की सुनवाई के लिए केस मेंशनिंग के समय CJI चंद्रचूड़ और SCBA के प्रेसिडेंट विकास सिंह के बीच तीखी बहस हो गई थी। गुरुवार को CJI की अगुवाई वाली बेंच के सामने विकास सिंह ने यह मामला मेंशन किया और जल्द सुनवाई की मांग की। उनका कहना था कि वह पिछले छह महीने से इस मामले को लिस्ट कराने के लिए कड़ी मशक्कत कर रहे हैं।
सोशल मीडिया ट्रोलिंग और फेक न्यूज पर बोले CJIबता दें, कपिल सिब्बल ने किसी दूसरे मामले में सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट में कहा कि सुबह जो कुछ भी हुआ उसके लिए उन्हें खेद है। उन्होंने कहा कि बार को मर्यादा की सीमाओं का उल्लंघन नहीं करना चाहिए। सिब्बल के साथ-साथ सीनियर एडवोकेट नीरज किशन कौल ने भी इस मामले में खेद व्यक्त किया। सिब्बल ने कहा कि सुबह जो भी हुआ उसके लिए हमे खेद है और हम आपसे माफी चाहते हैं।
