कोर्ट की महत्वपूर्ण खबरें

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1-नफरत फैलाने वाले भाषण को लेकर दायर विभिन्न याचिकाओं पर सुप्रीम कोर्ट 13 जनवरी को सुनवाई करेगा।

याचिका में मुस्लिम समुदाय के खिलाफ घृणा फैलाने वाले भाषण देने की घटनाओं की एसआईटी (विशेष जांच दल) से ‘‘ स्वतंत्र, विश्वसनीय और निष्पक्ष जांच कराने’’ का निर्देश दिए जाने का अनुरोध किया गया है।

याचिका में विशेष तौर पर 17 और 19 दिसंबर 2021 को हरिद्वार और दिल्ली में दिए गए कथित रूप से नफरत पैदा करने वाले भाषणों का उल्लेख किया गया है और इस प्रकार के भाषणों से निपटने के लिए शीर्ष अदालत के दिशा-निर्देशों का पालन सुनिश्चित करने का अनुरोध किया गया है।

2-वक्फ कानून को चुनौती देने वाली याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 13 जनवरी को सुनवाई करेगा।

दायर जनहित याचिका में वक्फ कानून की धारा 4,5,6,7,8,9 को समानता के मौलिक अधिकार का उल्लंघन बताते हुए रद्द करने की मांग की है।

इसके साथ ही याचिका में सभी धार्मिक और धर्मार्थ ट्रस्ट के लिए समान कानून बनाने का भी अनुरोध किया गया है।

विधि आयोग या केंद्र सरकार को निर्देश दिया जाए कि वह संविधान के अनुच्छेद 14 और 15 में दिए गए समानता के अधिकार के सिद्धांत को देखते हुए धर्मार्थ और धार्मिक न्यासों के लिए समान कानून तैयार करे।

3- व्हिसलब्लोअर आनंद राय द्वारा दायर याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 13 जनवरी को सुनवाई करेगा।

मध्य प्रदेश हाईकोर्ट ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति अधिनियम से संबंधित एक मामले में उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी थी, जिसके खिलाफ आनंद ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।

आनंद राय व्यापम घोटाला मामले में व्हिसलब्लोअर थे, जिन्होंने कई खुलासे किए थे और हाल ही में एमपी-टीईटी पेपर लीक का भी खुलासा किया था।

4- हेट स्पीच मामले में तुषार गांधी की ओर से दायर अवमानना याचिका पर सुप्रीम कोर्ट 13 जनवरी को सुनवाई करेगा।

पिछली सुनवाई में कोर्ट ने उत्तराखंड सरकार और डीजीपी को बड़ी राहत देते हुए धार्मिक सभाओं में हेट स्पीच देने के मामलों में कथित रूप से कोई कार्रवाई न करने के संबंध में कार्यकर्ता तुषार गांधी की अवमानना याचिका में दोनों को पक्षकारों की सूची से हटा दिया था।

5- इंडियन मुजाहिदीन के कथित सदस्य मनजेर इमाम की याचिका पर दिल्ली हाइकोर्ट 13 जनवरी को सुनवाई करेगा।

इमाम पर आतंकवाद विरोधी कानून, गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

एनआईए ने अगस्त 2013 में इमाम के खिलाफ मामला दर्ज किया था, जिसमें कहा गया था कि उसने और अन्य लोगों ने आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने की साजिश रची और देश में महत्वपूर्ण स्थानों को निशाना बनाने की योजना बनाई।

6- दिल्ली पुलिस द्वारा वकील महमूद प्राचा के कार्यालय पर छापेमारी करने के लिए एक मजिस्ट्रेट द्वारा जारी सर्च वारंट और ट्रायल कोर्ट द्वारा पारित अन्य आदेश को चुनौती देने वाली याचिका पर दिल्ली हाइकोर्ट 13 जनवरी को सुनवाई करेगा।

पिछली सुनवाई में कोर्ट ने कहा था कि प्रथम दृष्टया स्पष्ट है कि दिल्ली पुलिस ने 24 दिसंबर 2020 को प्राचा के कार्यालय परिसर की तलाशी ली थी और सीआरपीसी की धारा 91 के तहत नोटिस तामील नहीं करवाया गया था।

7-ऑस्ट्रेलिया में 2018 में हुए हत्याकांड में 5 करोड़ रुपये के इनामी आरोपी राजविंदर सिंह की प्रत्यर्पण याचिका पर पटियाला हाउस कोर्ट 13 जनवरी को सुनवाई करेगा।

राजविंदर सिंह ने अपने रिकॉर्ड किए गए बयान में कहा: “वह ऑस्ट्रेलिया जाने के लिए तैयार है। अगर उसे प्रत्यर्पित किया जाता है तो उसे कोई आपत्ति नहीं है। वह ऑस्ट्रेलिया में मुकदमे का सामना करने के लिए तैयार है।

वह प्रत्यर्पण की कार्यवाही और उसके परिणामों से अवगत है। उसने यह भी कहा। वह जानता है कि उसके खिलाफ ऑस्ट्रेलिया में एक मामला लंबित है। ऑस्ट्रेलिया की सरकार ने राजविंदर को प्रत्यर्पित करने की अपील की है। अक्टूबर 2018 में ऑस्ट्रेलिया की तोया कार्डिंग्ले की हत्या के बाद विरोध प्रदर्शन हुए थे।

8- दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा बीजेपी नेता मनोज तिवारी के खिलाफ दायर याचिका पर राउज एवेन्यू कोर्ट 13 जनवरी को सुनवाई करेगा।

पिछली सुनवाई में कोर्ट ने मनोज तिवारी और प्रवेश साहिब सिंह वर्मा सहित बीजेपी के 5 नेताओ को बरी करने से कोर्ट ने इनकार कर दिया था।

सिसोदिया ने अपनी शिकायत में इन पांचों पर आरोप लगाया कि इन्होंने सरकारी स्कूलों में कमरे बनवाने में कथित घोटाले से जुड़े झूठे आरोप उनके खिलाफ लगाए।

9-दिल्ली आबकारी नीति मामले में गिरफ्तार समीर महेंद्रू और विजय नायर की ओर से दायर जमानत याचिका पर राउज एवेन्यू कोर्ट 13 जनवरी को सुनवाई करेगा।

समीर महेंद्रू, मेसर्स खाओ गली रेस्टोरेंट्स प्राइवेट लिमिटेड, मेसर्स बबली बेवरेजेज प्राइवेट लिमिटेड, इंडो स्पिरिट्स और मेसर्स इंडोस्पिरिट डिस्ट्रीब्यूशन लिमिटेड प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से कथित अपराध की आय को छुपाने या लेने में शामिल थे।

Bhawna
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