Saturday, June 21, 2025
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Indian Judicial System:Best crime movies based on Indian law

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Indian Law

Indian law:भारतीय सिनेमा केवल भावनाओं और ड्रामे तक सीमित नहीं रहा है। समय-समय पर कुछ फिल्मों ने गंभीर कानूनी मुद्दों को उठाया है, जिनमें कोर्ट रूम ड्रामा, जांच प्रक्रिया, IPC धाराएं और न्याय व्यवस्था की जटिलता शामिल रही है। ऐसी फिल्में न सिर्फ दर्शकों को सोचने पर मजबूर करती हैं बल्कि एक आम नागरिक को भारतीय कानून की बुनियादी समझ भी देती हैं।


1. पिंक (2016)

  • कानूनी विषय: सहमति (Consent), धारा 375, 376 IPC
  • मुख्य कलाकार: अमिताभ बच्चन, तापसी पन्नू
  • IMDb रेटिंग: 8.1/10
  • OTT: Netflix
  • क्यों देखें:
    यह फिल्म महिलाओं की सहमति और समाज की सोच को चुनौती देती है। कोर्ट रूम में वकील का संवाद “No means No” भारतीय कानून में सहमति की परिभाषा को सटीक रूप से प्रस्तुत करता है।

2. जॉली एलएलबी (2013)

  • कानूनी विषय: लोकहित याचिका (PIL), भ्रष्टाचार
  • मुख्य कलाकार: अरशद वारसी, बमन ईरानी
  • IMDb रेटिंग: 7.5/10
  • OTT: Disney+ Hotstar
  • क्यों देखें:
    ह्यूमर और कोर्ट रूम ड्रामे के मेल से यह फिल्म बताती है कि कैसे एक छोटा वकील सिस्टम से लड़कर न्याय दिलाता है। इसमें न्यायिक प्रक्रिया की धीमी गति और मीडिया ट्रायल पर भी प्रकाश डाला गया है।

3. शाहिद (2012)

  • कानूनी विषय: मानवाधिकार, फर्जी आरोप
  • मुख्य कलाकार: राजकुमार राव
  • IMDb रेटिंग: 8.2/10
  • OTT: SonyLIV
  • क्यों देखें:
    यह फिल्म वकील शाहिद आज़मी की बायोपिक है, जो झूठे आतंकवाद के आरोपों में फंसे युवाओं का मुकदमा लड़ते हैं। यह फिल्म दर्शाती है कि कैसे संविधान के अनुच्छेद 21 (जीवन और व्यक्तिगत स्वतंत्रता का अधिकार) की रक्षा होनी चाहिए।

4. नो वन किल्ड जेसिका (2011)

  • कानूनी विषय: गवाह पलट जाना, मीडिया की भूमिका
  • मुख्य कलाकार: रानी मुखर्जी, विद्या बालन
  • IMDb रेटिंग: 7.2/10
  • OTT: Amazon Prime Video
  • क्यों देखें:
    यह फिल्म जेसिका लाल मर्डर केस पर आधारित है। इसमें दिखाया गया है कि कैसे सिस्टम के भ्रष्ट तंत्र में भी मीडिया की भूमिका निर्णायक हो सकती है। IPC की धारा 302 (हत्या) और गवाह सुरक्षा कानून जैसे विषय छुए गए हैं।

5. ट्रायल बाय फायर (2023) (Web Series)

  • कानूनी विषय: लंबी न्याय प्रक्रिया, बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका
  • मुख्य कलाकार: अभय देओल
  • IMDb रेटिंग: 8.0/10
  • OTT: Netflix
  • क्यों देखें:
    Uphaar Cinema Fire Tragedy पर आधारित यह सीरीज़ भारतीय न्यायिक प्रणाली की धीमी प्रक्रिया और पीड़ितों के संघर्ष की गहराई से पड़ताल करती है।

6. मुल्क (2018)

  • कानूनी विषय: सांप्रदायिकता और आतंकवाद के आरोप
  • मुख्य कलाकार: ऋषि कपूर, तापसी पन्नू
  • IMDb रेटिंग: 6.9/10
  • OTT: ZEE5
  • क्यों देखें:
    यह फिल्म मुस्लिम परिवार पर लगे आतंकवाद के आरोप और उसके खिलाफ उनकी कानूनी लड़ाई को दर्शाती है। इसमें संविधान के अनुच्छेद 14 (समानता का अधिकार) की अहमियत को उभारा गया है।

कानून से जोड़ने का सशक्त माध्यम

इन फिल्मों के जरिए जनता को न सिर्फ कोर्ट रूम की भाषा, कार्यप्रणाली और प्रक्रियाओं का परिचय मिलता है, बल्कि यह भी समझ आता है कि कानून केवल किताबों में बंद नहीं होता, वह सामाजिक जीवन को दिशा देने वाला ज़रिया भी है।


विशेषज्ञों की राय

जस्टिस डी.वाई. चंद्रचूड़ ने एक बार कहा था, “अगर हम न्याय की प्रक्रिया को आम आदमी की ज़ुबान और समझ में नहीं ला सके, तो हमारी प्रक्रिया का कोई अर्थ नहीं रह जाएगा।” इस कथन के संदर्भ में, ये फिल्में भारतीय कानून को जन-जन तक पहुँचाने में अहम भूमिका निभा रही हैं।


निष्कर्ष

यदि आप भारतीय कानून को समझना चाहते हैं लेकिन कानून की मोटी किताबें नहीं पढ़ना चाहते, तो ये फिल्में आपके लिए सर्वोत्तम हैं। यह एक सिनेमा प्रेमी के लिए न केवल मनोरंजन है, बल्कि एक नागरिक के रूप में अपने अधिकारों और जिम्मेदारियों की शिक्षा भी।


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