सुप्रीम कोर्ट से महाराष्ट्र की उद्धव ठाकरे सरकार को बड़ा झटका लगा है। शीर्ष अदालत ने फ्लोर टेस्ट पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है। सुप्रीम कोर्ट के फ़ैसले के कुछ ही देर बाद सीएम उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफ़े दे दिया। फ़ेसबुक लाइव के माध्यम से उद्धव ठाकरे ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने शिव सैनिकों से शांति बनाए रखने और बवाल नहीं करने का अनुरोध किया है।
शिवसेना के चीफ़ व्हिप सुनील प्रभु द्वारा दायर की गई याचिका पर सुनवाई के दौरान जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जेबी पारदीवाला की पीठ ने यह फ़ैसला सुनाया है। 4 घंटे से भी लंबी चली सुनवाई में शिवसेना की तरफ से सीनियर एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी, एकनाथ शिंदे की तरफ़ से नीरज किशन कौल और गवर्नर का पक्ष रखने के लिए सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता मौजूद रहे।
फ़्लोर टेस्ट रोकने के लिए बागी विधायकों को बनाया ढाल
सीनियर एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी ने बागी विधायकों को अयोग्य ठहराने को लेकर लंबित डेप्युटी स्पीकर के फैसले के आने के बाद फ़्लोर टेस्ट कराने की गुज़ारिश की।
फ़्लोर टेस्ट में बागी विधायकों के वोट की योग्यता पर सवाल करते हुए उन्होंने कहा, ”फ्लोर टेस्ट कुछ दिनों के लिए टाल देना चाहिए, 21 जून को ही यह विधायक अयोग्य हो चुके हैं। जो लोग 21 जून से अयोग्य हो चुके हैं, उनके वोट के आधार पर सरकार का सत्ता से बाहर होना गलत है।”
सिंघवी की दलील के जवाब में जस्टिस सूर्यकांत ने कहा, “डिप्टी स्पीकर के पास बहुमत होना खुद ही विवादित है, इसलिए, अयोग्यता के मसले पर सुनवाई टाली गई है।”
अपने विवेक पर गवर्नर ले सकते हैं फ़ैसला, मंत्रिमंडल की सलाह ज़रूरी नहीं
सीनियर एडवोकेट अभिषेक मनु सिंघवी ने गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी पर मंत्रिमंडल की सलाह नहीं लेने का आरोप लगाया, उनके अनुसार फ़्लोर टेस्ट के लिए बोलने से पहले गवर्नर को मंत्रिमंडल की सलाह लेनी चाहिए थी।
सिंघवी के जवाब में एडवोकेट नीरज किशन कौल ने कहा, “अल्पमत की स्थिति में गवर्नर सरकार से फ़्लोर टेस्ट के लिए बोल सकते हैं, इसके लिए मंत्रिमंडल की सलाह ज़रूरी नहीं है।”
जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस जेबी पारदीवाला की पीठ ने भी कौल की बातों से सहमति जतायी। उन्होंने ने कहा, “अगर गवर्नर को लगता है कि सरकार अपना बहुमत खो चुकी है तो वे अपने विवेक पर फ़ैसला ले सकते हैं।”
SC ने पूछा- कितनी है बागी विधायकों की संख्या
जस्टिस सूर्यकांत ने एकनाथ शिंदे के एडवोकेट नीरज किशन कौल से सरकार का साथ छोड़ चुके विधायकों की संख्या पूछी। जिसके जवाब में कौल ने कहा कि 55 में से 39 विधायक उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ चुके हैं। इसलिए सीएम फ्लोर टेस्ट से भाग रहे हैं। एडवोकेट कौल ने पीठ से कहा, “उनका गुट शिवसेना नहीं छोड़ रहा है, हम ही शिवसेना हैं।”