विज़न

एक सशक्त और समतामूलक समाज के लिए जरूरी है नागरिकों की कानूनी साक्षरता या विधिक जागरूकता। भारत की अनेक समस्याओं में से एक समस्या यह भी है। विधिक जागरूकता अथवा विधिक साक्षरता से आशय जनता को कानून से संबंधित सामान्य बातों से परिचित कराकर उनका सशक्तीकरण करना है। विधिक जागरूकता से विधिक संस्कृति को बढ़ावा मिलता है, कानूनों के निर्माण में लोगों की भागीदारी बढ़ती है और कानून के शासन की स्थापना की दिशा में प्रगति होती है।

Indian Legal Reporter की स्थापना एक सामान्य इंसान को न्यायपालिका की जटिलता और भारी भरकम लीगल शब्दावली को समझाने के विचार से की गई है। न्यायपालिका से जुड़ी गतिविधियां, अप्डेट्स व खबरें आसान शब्दों में दर्शकों तक पहुँचाना ही हमारा लक्ष्य है।

कोर्ट-कचहरी, जज-वकील जैसे शब्द लोगों को असहज करते हैं, जबकि इस व्यवस्था का मूल उद्देश्य ही हमारी सुरक्षा है। हमारी टीम का प्रयास है, लीगल क्षेत्र से जुड़ी सभी बारीकियों से आपको अवगत कराया जाए, ताकि आप एक भारतीय के रूप में अपने कर्तव्यों और अधिकारों के प्रति सजग और जागरूक हो सकें और देश के विकास में सकारात्मक योगदान दें।

 

टीम
सोशल मीडिया के इस दौर में भ्रामक खबरों का प्रसार बहुत ही तेजी से होता है, लीगल से संबंधित खबरों पर सही और सटीक जानकारी पाना कठिन चुनौती है। लेकिन हमारी टीम से आपको यह विश्वास मिलता है कि आपको लीगल से सम्बंधित विश्वसनीय खबरें ही मिलेंगी।
यह बात हम इतने दावे के साथ इसलिए कह सकते हैं क्योंकि हमारी टीम में सिर्फ़ पत्रकार नहीं हैं, हमारी टीम में पत्रकार के साथ वो लोग हैं जिन्हें लीगल क्षेत्र में दशकों का अनुभव हैं। हम अपनी टीम चुनते वक्त इस बात का विशेष ध्यान रखते हैं कि हमारी टीम में एडवोकेट और पत्रकारों का मिश्रण हो। जिससे हम लीगल से सम्बंधित उबाऊ और जटिल खबरों को भी रोचक और आसान भाषा में अपने श्रोताओं तक पहुँचा सके।

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छपाई और अक्षर योजन उद्योग का एक साधारण डमी पाठ है. Lorem Ipsum सन १५०० के बाद से अभी तक इस उद्योग का मानक डमी पाठ मन गया, जब एक अज्ञात मुद्रक ने नमूना लेकर एक नमूना किताब बनाई. यह न केवल पाँच सदियों से जीवित रहा बल्कि इसने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में छलांग लगाने के बाद भी मूलतः अपरिवर्तित रहा.

छपाई और अक्षर योजन उद्योग का एक साधारण डमी पाठ है. Lorem Ipsum सन १५०० के बाद से अभी तक इस उद्योग का मानक डमी पाठ मन गया, जब एक अज्ञात मुद्रक ने नमूना लेकर एक नमूना किताब बनाई. यह न केवल पाँच सदियों से जीवित रहा बल्कि इसने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में छलांग लगाने के बाद भी मूलतः अपरिवर्तित रहा.

छपाई और अक्षर योजन उद्योग का एक साधारण डमी पाठ है. Lorem Ipsum सन १५०० के बाद से अभी तक इस उद्योग का मानक डमी पाठ मन गया, जब एक अज्ञात मुद्रक ने नमूना लेकर एक नमूना किताब बनाई. यह न केवल पाँच सदियों से जीवित रहा बल्कि इसने इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में छलांग लगाने के बाद भी मूलतः अपरिवर्तित रहा.

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