भगोड़े अरबपति विजय माल्या के वकील ने सुप्रीम कोर्ट में उनका प्रतिनिधित्व करने से इनकार कर दिया है। गुरुवार को भारतीय स्टेट बैंक के साथ वित्तीय विवाद के संबंध में दायर की गई स्पेशल लीव पिटिशन (Special Leave petition) की सुनवाई के दौरान माल्या के वकील ने कोर्ट से उन्हें मुक्त करने की माँग की।
एकवोकेट ईसी अग्रवाल के अनुसार वर्तमान में यूनाइटेड किंगडम में रह रहे भगौड़े लिकर किंग की तरफ़ से उन्हें कोई निर्देश नहीं मिल रहा है। एडवोकेट अग्रवाल ने कोर्ट को बताया कि “मैं इस मामले से मुक्त होना चाहता हूं। मुझे इस आदमी से कोई निर्देश नहीं मिल रहा है”
वकील की दलील सुन जस्टिस डी वाई चंद्रचूड़ और हेमा कोहली की पीठ ने वकील को मामले की बर्खास्तगी प्रक्रिया के साथ आगे बढ़ने की अनुमति दी और उन्हें अदालत की रजिस्ट्री में माल्या का वर्तमान आवासीय पता और ईमेल आईडी देने का निर्देश दिया।
इसी वर्ष जुलाई में विजय माल्या को कोर्ट की अवमानना (Contempt of Court)के आरोप में 4 महीने की जेल की सजा सुनाई गई थी। कोर्ट ने केंद्र सरकार को माल्या की उपस्थिति भारत में सुनिश्चित करने के लिए कार्रवाई करने का आदेश दिया है।