इलाहाबाद हाई कोर्ट में शुक्रवार सुबह 10 बजे चीफ जस्टिस अरुण भंसाली ने 6 नए जस्टिस को शपथ दिलाई। सभी नए जस्टिस अब तक जिला जज के रुप में कार्यरत थे। जितेन्द्र कुमार सिन्हा, अनिल कुमार (दशम), संदीप जैन, अवनीश सक्सेना, मदन पाल सिंह एवं हरवीर सिंह ने अतिरिक्त जस्टिस के रूप में शपथ ली।
इस दौरान अन्य जस्टिस तथा बार एसोसिएशन के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। शपथ ग्रहण समारोह के कारण ज्यूडिशियरी का काम 11 बजे शुरू हुआ। इन छह जजों के कार्यभार संभालने के बाद 160 जजों वाले इलाहाबाद हाई कोर्ट में जजों की कुल संख्या 87 हो गई है। इनमें 23 जस्टिस लखनऊ खंडपीठ के हैं।
फिलहाल इलाहाबाद हाई कोर्ट में 86 जस्टिस ही ज्यूडिशियल कार्य करेंगे। दिल्ली हाई कोर्ट से ट्रांसफर जस्टिस यशवंत वर्मा के काम करने पर रोक लगी हुई है। चीफ जस्टिस संजीव खन्ना की अध्यक्षता वाले सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने इसी महीने के पहले सप्ताह आठ जिला जजों को इलाहाबाद हाई कोर्ट का जस्टिस बनाए जाने की सिफारिश की थी।
मिनिस्ट्री लॉ एंड जस्टिस ने बुधवार को इनमें छह लोगों की नियुक्ति की अधिसूचना जारी की थी। अभी दो जिला जजों तथा दो अधिवक्ताओं को जस्टिस बनाए जाने की सिफारिश सरकार के पास लंबित है। जिला जज तेज प्रताप तिवारी ( गोरखपुर ) तथा अब्दुल शाहिद ( प्रतापगढ़) के नाम को हरी झंडी नहीं मिल सकी है।
दो अधिवक्ताओं सर्वश्री अमिताभ कुमार राय (लखनऊ) व राजीव लोचन शुक्ला (प्रयागराज) को भी जस्टिस बनाए जाने की सिफारिश मार्च आखिर में सुप्रीम कोर्ट कोलेजियम ने की थी, लेकिन केंद्र सरकार ने उनके नामों पर भी अपनी मंजूरी नहीं दी है। वैसे यदि इन नामों को मंजूरी मिल भी जाती है तब भी जजों की संख्या मान्य पदों से काफी कम रहेगी।